मित्रों ! आपका मेरे ब्लाग पर हार्दिक अभिनन्दन है.
प्लीज़ ! मेरे ब्लॉग को एक बार ही सही पर जरूर रीड करे और अपनी पैनी दृष्टि से परीक्षण कर मुझे मेरी त्रुटियों से अवश्य अवगत कराएँ ...जिससे मैं और निखरकर आप लोगो के लिए कुछ नया लिखकर हिंदी साहित्य को और समृद्ध बना सकूँ . ......धन्यवाद् .
मंगलवार, 5 जनवरी 2016
tu chain se soe ,teri jindagi me, sukun - o-aman ho, yahee meri , chaht, meri manjil,tujhe sampoorn vishv ka namn ho